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ISBN 13 | 978-1942426707 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 469 |
Edition | 2021 |
Publishers | Garuda Prakashan |
Category | Best Seller Books Social Impact |
Weight | 550.00 g |
Dimension | 14.00 x 21.00 x 2.00 |
Details
सफल बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्निहोत्री एक फिल्म बनाते हैं "बुद्धा इन ए ट्रैफिक जैम"। एक ऐसी फिल्म जिसमें कोई पैसा नहीं लगाना चाहता; एक ऐसा निर्देशक जिसे ये फिल्म बनाने के लिए 'बॉलीवुड परिवार' से अलग कर दिया जाता है; उनके मित्र भी पीछे हट जाते हैं। एक ऐसी फिल्म जिसे बनाने विवेक अग्निहोत्री स्वयं अकेले ही चल पड़ते हैं--और धीरे-धीरे उनका साथ देने वाले भी मिल जाते हैं।
किन्तु न सिर्फ फिल्म जगत में, बल्कि शिक्षण संस्थानों में स्थापित सत्ता भी नहीं चाहती थी कि ये फिल्म दर्शकों तक पहुँचे। जब इस फिल्म को सिनेमा के परदे पर आने की आशा समाप्त होती दिखी, तो विवेक अग्निहोत्री ने इस फिल्म को देश के कुछ बहुत ही प्रसिद्ध शिक्षण संस्थानों, तकनीकी संस्थानों में जा-जा कर प्रदर्शित करने का निर्णय लिया।
ऐसा क्या था इस फिल्म में कि कई बार उन पर जानलेवा हमले हुए और फिल्म के प्रदर्शन को रोकने के लिए अनेक हथकंडे अपनाए गए?
अर्बन नक्सल्स एक फिल्म के बनने से लेकर उसके प्रदर्शन को रोकने तक की पूरी यात्रा के दौरान हुई घटनाओं के जरिये 'अर्बन नक्सल्स' का रहस्योद्घाटन करती है।
Customer Rating
Reviews
Books
बहुत अच्छा कार्य कर रहा है गरुड़ प्रकाशन,
Review by -
Rohit Chaudhary,
March 01, 2022
Books
Very good book thanks sir
Review by -
कुमार पवन,
March 16, 2022
पुस्तक के बारे में
बहुत सुंदर
Review by -
कुमार पवन,
March 19, 2022
बहुत बढ़िया
अच्छे बताया गया फ़िल्म द्वारा अभी ये पुस्तक भी पढ़नी शुरू की इसमें रोचक जानकारी है।जो हमारे सामने होते हुए भी अदृश्य रही।
Review by -
हितेष,
March 24, 2022